बहुत बार कई साधकों ने सवाल किया कि उनका धन फंस गया है | लेने वाले मांगने पर भी नहीं दे रहे | अब आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं | उन सभी साधकों के लिए यह एक अचूक साधना है | आर्थिक संकट जब शनि भगवान अनुकूल न हों तो आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है | इसके साथ ही यह कुंडली में चल रही साढ़े साती और अढ़ाईया को भी अनुकूल एवं शुभ करती है | इसके साथ ही जीवन में धन की पूर्ति का मार्ग सुनिश्चित होता है और व्यक्ति कर्ज की दलदल में अगर फंसा हो, निकलने का कोई मार्ग न मिल रहा हो तो भी यह साधना बहुत सहायक है |
साधना विधि –
1. यह शनिवार को करें | इसके लिए शनि भगवान का चित्र अथवा यंत्र या प्रतिमा जैसा भी आपको संभव हो, लें और रुद्राक्ष की माला लें |
2. एक बाजोट पर लाल वस्त्र बिछा कर शनि भगवान का चित्र स्थापित करें |
3. साधक स्वयं लाल आसन पर पूर्वाभिमुख होकर बैठे |
4. चित्र के आगे तीन पान पत्र रखें | उन पत्रों पर आटे के या मिटटी के बने हुये तीन चोमुखे दीये लगा दें और उन दियों का पूजन और चित्र का पूजन करें | ध्यान रहे पूजन विधि अनुसार ही करें | पूजन के लिए धूप, दीप, नैवेद्य, फल, फूल, कुंकुम, गोरोचन आदि लें | तेल सरसों का श्रेष्ठ है | यह शनि भगवान की दीप पूजा विधि है | इससे शनि कितने भी क्रुद्ध हों कृपा करते ही हैं | भोग के लिए बर्फी लें और साथ में एक नारियल मौली बांध कर भेंट करें, उसी बाजोट पर स्थापित कर दें |
5. पूजन करने से पहले गुरु, गणेश पूजन करें और संकल्प करें | आपकी जो भी मनो कामना है बोल दें | जहां जिस व्यक्ति से धन लेना है उसका या कंपनी का नाम भी बोल सकते हैं |
6. पूजन शुरू करने से पहले आचमनी आदि कर लें और पूर्ण शुद्ध भाव से पूजन करें |
7. अब रुद्राक्ष की माला से पहले 4 माला गुरु मंत्र की करें, फिर शनि मंत्र की 9 माला करें या अपनी सुविधा अनुसार 21 या 51 माला भी की जा सकती हैं |
8. जप सम्पूर्ण होने पर जप समर्पित करें और शनि भगवान की आरती उतारें |
9. साधना के बाद दीप किसी मंदिर में या निर्जन स्थान पर छोड़ दें और मंदिर में घी व तेल का दान करें | इस प्रकार यह साधना पूर्ण हो जाती है | इससे स्वयं ही धन मिलने अथवा रुके हुये धन के निकलने के रास्ते बन जाते हैं | बाकी जो भी पूजन किया है वो सारी सामग्री नारियल आदि उसी लाल वस्त्र में बाँध कर जल प्रवाह कर दें |
मंत्र
|| ॐ शं प्रां प्रीं श्रीं हुं ||
|| Om sham pram prim shreem hum ||
English Version
English Version
Many times sadhaks question that their money has been seized. Borrowers are not returning the money even after follow ups. Now they are facing financial crunch. This is an accurate sadhna for them. When satrun is not favorable then one has to face financial crunch. Beside this, sadhna also makes SADHE SATI and ADHAIYA favorable and auspicious. Further, resources of money get assured and sadhna is also helpful if someone is trapped in debt and finds no way out.
Procedure :
1. Start on any Saturday. Use any picture, Yantra of Idol of Lord Saturn and rudraksh rosary.
2. Place the picture of Lord Saturn over a wooden table covered with red cloth
3. Sit facing east on a red Asana
4. Place three leaves of beetles before picture. Over them, place four faced lamps (3 nos) made of flour or earth sand. Worship lamps and picture. Keep in mind that worship should be as per correct procedure. Dhoop, lamps, sweets, flowers, fruits , vermilion and gorochan may be used for worshiping. Mustard oil is the best. This is a method of worshiping Saturn’s lamp worship method. Saturn gets pacified through this sadhna. For bhoga, take barfi and also offer coconut embraced with mauli. Place on the same wooden table.
5. Before staring the worship, first worship guru and lord ganesh and speak out the wish. Take the name of the person or company from whom money to be demanded.
6. Do Achmani before worshiping and worship with chaste mind
7. Now do 4 rounds japa of guru mantra with rudraksh rosary and then recite 9 mala Saturn mantra or may be done 21 or 51 rounds japa according to one’s easiness.
8. Dedicate japa after completion and perform aarti of lord Saturn
9. Place lamp in any temple or aloof place after completion of sadhna. Donate ghee and oil in temple. Thus this sadhna gets completed. After that automatically gain of wealth or ways to get the hold money back commences.
All the articles along with coconut should be wrapped in the same red cloth and should be disposed of in water.
Mantra
|| Om sham pram preem shreem hum ||